सोमवार, 2 जुलाई 2018

बहुत मज़ा

और मैं आँख बंद कर ट्रैफिक के बीच दौड़ लगाता हूँ
गाड़ी घोड़े वाले जब मुझे बचाते हुए चलते हैं तो
मज़ा आता है।
हवलदार की घुड़की को
अपनी सॉरी सॉरी से डिलीट करने का
मज़ा कौन क्या जाने।
बोलो कूदोगे मेरे संग गहरे
ख़ौफ़नाक सागर में
कि तैरना भी नहीं आता मुझे
किसी को बचा तो सकता ही नहीं।
सोचकर जो सिरहन सी दौड़ती हैं उस रोमांच की
मज़ा विलग है दोस्त।
खाली जेब किसी पंचतारा में घुस जाना
और किसी बुक्ड टेबल पर बैठकर
आर्डर देने का मज़ा क्या है
जानते हो ?
मैं तो ऐसा ही हूँ जीने के लिए ।
प्रेमिका को सागर किनारे नहीं ले जाता
जाते हैं किसी अनाथालय या वृद्धाश्रम..
या फिर यतीम बच्चो के साथ बीच सड़क पर
गुल्लीडंडा , गेंदमार खेलते हुए जोर से
गला फाड़ चिल्लाते हैं तो
चलते लोगों का बिदकना
मुंह बनाना
उनकी
डांट सुनने का मज़ा ...!
आहा ....
इस आहा को पाना है तो
किसी दिन कमर कस लेना
आवारागर्दी के लिए
फेंक आना अपने पद-प्रतिष्ठा -पैसा आदि को
शहर के बड़े गंदे से नाले में
हाहाहा ..
हंसो भी यार क्योंकि
इस पूरे ब्रह्माण्ड में
हंस सकता है तो सिर्फ मनुष्य ही।
इस प्राप्य अद्भुत गिफ्ट को
गंवाना मत कभी ।
बहुत मज़ा है इसमें।

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