सोमवार, 17 जून 2019

पेड़ पर लिपटी

पेड़ पर लिपटी
ये जो लता है
पीड़ा इसकी
कौन समझता है ।
दिखती सुंदर 
सजी धजी ये
पर अंदर गहरी
उदासीनता है।
【टुकड़ा टुकड़ा डायरी /19 जनवरी 2019】

कोई टिप्पणी नहीं: