अलगनी पर लटका
कमीज़,
न न आदमी की इज्जत
झूल रही है/
फरका रही है/
खुशबूदार सर्फ़ के झाग से
गंदे, मैले , कुचले कमीज को
खूब धो-पछीट के धो लिया गया है /
काले , मटमैले और बदबूदार पसीने युक्त
पानी को नाली के हिस्से बहा ,
निचोड़ कर
खुली हवा में
फिर लटका दिया गया है
सूखने , चमकने /
कमीज़,
न न आदमी की इज्जत
झूल रही है/
फरका रही है/
खुशबूदार सर्फ़ के झाग से
गंदे, मैले , कुचले कमीज को
खूब धो-पछीट के धो लिया गया है /
काले , मटमैले और बदबूदार पसीने युक्त
पानी को नाली के हिस्से बहा ,
निचोड़ कर
खुली हवा में
फिर लटका दिया गया है
सूखने , चमकने /
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