tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post3689059174347132205..comments2023-11-03T21:13:09.282+05:30Comments on अमिताभ: बारिश?अमिताभ श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-56356128726081686682010-12-12T00:02:24.136+05:302010-12-12T00:02:24.136+05:30बहुत अच्छा....मेरा ब्लागः"काव्य कल्पना" ...बहुत अच्छा....मेरा ब्लागः"काव्य कल्पना" at http://satyamshivam95.blogspot.com .........साथ ही मेरी कविता "हिन्दी साहित्य मंच" पर भी.......आप आये और मेरा मार्गदर्शन करे...धन्यवादEr. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-73239386196209626742010-07-21T16:28:23.031+05:302010-07-21T16:28:23.031+05:30वाह अमिताभजी वाह...बारिशों के नए आयाम स्थापित किये...वाह अमिताभजी वाह...बारिशों के नए आयाम स्थापित किये हैं आपने इस रचना के माध्यम से...वाह...मेरी बधाई स्वीकार करें...<br /><br />नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-85033420920526223652010-07-20T19:05:25.170+05:302010-07-20T19:05:25.170+05:30मानव जीवन की दिनचर्या में बीतती, सामना करती कडवाहत...मानव जीवन की दिनचर्या में बीतती, सामना करती कडवाहतो को बखूभी शब्दों, मुहावरों का जामा पहनाया है.<br /><br />सुन्दर सशक्त रचना.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-53145974549146215242010-07-20T06:46:30.416+05:302010-07-20T06:46:30.416+05:30आज तो दिल्ली में भी बारिश हो रही है और ऐसे में आपक...आज तो दिल्ली में भी बारिश हो रही है और ऐसे में आपकी रचना भिगो गयीM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-39880816495298264342010-07-18T22:29:10.425+05:302010-07-18T22:29:10.425+05:30सच मे इस बारिश के मौसम मे सिर्फ़ बारिश ही हो बस...आ...सच मे इस बारिश के मौसम मे सिर्फ़ बारिश ही हो बस...आपकी कविता बारिश के इस्तकबाल के लिये मूड सेट कर देती है..मगर उससे भी ज्यादा यह बारिश को मौसम से बड़े परिपेक्ष्य मे देखने के लिये विवश करती है..जहाँ मौसम को बस मौसम की तरह नही लिया जा सकता..और बारिश बस बरसने भर को ही नही होती..संशय के इस दौर मे (भवानी प्रसाद जी की एक कविता याद आती है) चीजों के होने पर भरोसा कर पाने और उनके सचमुच मे वैसा होने के बीच एक बड़ा फ़ासला होता है..और दिनोदिन छीजती जाती कच्ची मिट्टी से बनी हमारी मासूमियत की दीवारें किस बारिश मे भरभरा जायें कोई भरोसा नही..<br />..बारिश से डर लगने लगा है..अपूर्वhttps://www.blogger.com/profile/11519174512849236570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-81064689887693093232010-07-18T21:42:48.192+05:302010-07-18T21:42:48.192+05:30अद्भुत!!!! अमिताभ जी क्या कहूँ कई बार पढ़ कर भी त...अद्भुत!!!! अमिताभ जी क्या कहूँ कई बार पढ़ कर भी तसल्ली नहीं हुई इतनी अच्छी लगी ये कविता बारिश के माध्यम से जाने क्या क्या कह डाला कभी मन खिन्न हो उठता है पर सोचती हूँ यही तो जीवन है ये सब कुछ न हो तो शायद नीरसता आ जाएगीरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-17996557678719934662010-07-18T01:52:57.422+05:302010-07-18T01:52:57.422+05:30बहुत खूबसूरत रचना.बहुत खूबसूरत रचना.शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-35862647140852769042010-07-17T23:56:51.550+05:302010-07-17T23:56:51.550+05:30बारिश पर बिकुल अलग तरह की है ये कविता |और साथ ही ...बारिश पर बिकुल अलग तरह की है ये कविता |और साथ ही अनेक मुद्दों पर बात कर गई आपकी मुंबई की बारिश |<br />बहुत अच्छी रचना |शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-78403789324304465582010-07-17T23:29:00.704+05:302010-07-17T23:29:00.704+05:30मुझे गद्द कविता ज्यादा पसंद नहीं इसीलिए जल्दी टिप्...मुझे गद्द कविता ज्यादा पसंद नहीं इसीलिए जल्दी टिप्पणी नहीं करती लेकिन आपकी कविता पसंद आई.पश्यंती शुक्ला.https://www.blogger.com/profile/01592413448159409404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-42147834139442672572010-07-17T11:34:32.954+05:302010-07-17T11:34:32.954+05:30बहुत खूब ..बारिश सी फुहार सी भिगो गयीबहुत खूब ..बारिश सी फुहार सी भिगो गयीरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-45906232360159621232010-07-17T08:30:03.927+05:302010-07-17T08:30:03.927+05:30अमिताभ जी
बारिशों को पहचानने का यह अंदाज़ बहुत भाया...अमिताभ जी<br />बारिशों को पहचानने का यह अंदाज़ बहुत भाया..... बारिश की आमद जितने भी रंग बिखेर सकती थी,उतने रंग आपकी कविता ने बिखेरे....<br />पहाड टूटना बस एक मुहावरा भर है <br />कोई सचमुच थोडी टूट जाता है माथे पर।<br />और अगर टूट भी जाये तो <br />यकीन रखो तुम्हारे माथे पर तो नहीं ही गिरेगा।<br />तब लगता है हां <br />निश्चित ही बारिश का मौसम होगा।<br />पंक्तियाँ लाजवाब हैं....Pawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-78716689807778319152010-07-17T01:26:25.886+05:302010-07-17T01:26:25.886+05:30बारिश के दिनो में बारिश की रचना पढ़ना सचमुच अच्छा ...बारिश के दिनो में बारिश की रचना पढ़ना सचमुच अच्छा लगता है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-2022425178713726142010-07-17T00:59:06.884+05:302010-07-17T00:59:06.884+05:30बारिश के माध्यम से बहुत सी बातें कह दी हैं..सुन्दर...बारिश के माध्यम से बहुत सी बातें कह दी हैं..सुन्दर रचना ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-62392279998116287262010-07-16T22:20:37.710+05:302010-07-16T22:20:37.710+05:30कमाल की रचना। बारिश के जरिए आज के हालात का वर्णन क...कमाल की रचना। बारिश के जरिए आज के हालात का वर्णन कर दिया। आपकी यही कला मुझे अच्छी लगती है<br />। कई बार पढी। और क्या कहूँ .........<br /><br />Friday, 16 July, 2010<br /><br /> Vinay Prajapati 'Nazar' ने कहा…<br />वाह कितनी खूबसूरत रचना है<br /><br />आप कहाँ अंतर्ध्यान हैं?<br /><br />Friday, 16 July, 2010Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-68747722858695949342010-07-16T22:20:09.279+05:302010-07-16T22:20:09.279+05:30बरसात को जीवन की व्यस्तताओं में बंधे इंसान के नज़र...बरसात को जीवन की व्यस्तताओं में बंधे इंसान के नज़रिए से देखा और अभिव्यक्त किया है.<br />-अब यह कविता पढते ही लग ही रहा है कि बारिश का मौसम है!<br /><br />Friday, 16 July, 201Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-56689492785438762132010-07-16T22:19:53.832+05:302010-07-16T22:19:53.832+05:3017.07.10 की चिट्ठा चर्चा में शामिल करने के लिए इसक...17.07.10 की चिट्ठा चर्चा में शामिल करने के लिए इसका लिंक लिया है।Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-14117074421564278582010-07-16T22:19:38.654+05:302010-07-16T22:19:38.654+05:30बारिश के माध्यम से आपने जीवन के उतार चडॅव का स्पष्...बारिश के माध्यम से आपने जीवन के उतार चडॅव का स्पष्ट ढाँचा खींच दिया है अमिताभ जी .... पहाड़ टूटना तो उनको बारीशों का मौसम ही लगेगा जिन के सरों पर पहाड़ नही टूटता ... जिन के जीते गीली होते हैं जिन पर गुज़रती है उनको ही पता चलता है ..... आम जीवन को बारीशों के केनवास से देखने का आपका प्रयास अध्बुध है .Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-79051042042973824862010-07-16T22:19:32.235+05:302010-07-16T22:19:32.235+05:30बारिश के माध्यम से आपने जीवन के उतार चडॅव का स्पष्...बारिश के माध्यम से आपने जीवन के उतार चडॅव का स्पष्ट ढाँचा खींच दिया है अमिताभ जी .... पहाड़ टूटना तो उनको बारीशों का मौसम ही लगेगा जिन के सरों पर पहाड़ नही टूटता ... जिन के जीते गीली होते हैं जिन पर गुज़रती है उनको ही पता चलता है ..... आम जीवन को बारीशों के केनवास से देखने का आपका प्रयास अध्बुध है .Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-3333189550936288912010-07-16T22:19:19.152+05:302010-07-16T22:19:19.152+05:30amazing post sir....aankhon mein mumbaiyaan baaris...amazing post sir....aankhon mein mumbaiyaan baarish ke kuch chitra ubhar gaye :)Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-24193847779815649812010-07-16T22:19:12.744+05:302010-07-16T22:19:12.744+05:30amazing post sir....aankhon mein mumbaiyaan baaris...amazing post sir....aankhon mein mumbaiyaan baarish ke kuch chitra ubhar gaye :)Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-20807947383698487552010-07-16T22:18:52.962+05:302010-07-16T22:18:52.962+05:30बाहर दिन भी पगला गया है
देखो कैसा तो रोता रहता है,...बाहर दिन भी पगला गया है<br />देखो कैसा तो रोता रहता है,<br />इधर रात है कि दिखती नहीं है इस अन्धेरे में<br />पता नहीं क्या हो गया है आजकल<br />इसे तुम कहते हो कि बारिश का मौसम है<br />सो हो सकता है। <br />" क्या सच में बारिश का मौसम ऐसा होता है..."Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-43141844708071817272010-07-16T22:18:47.077+05:302010-07-16T22:18:47.077+05:30बाहर दिन भी पगला गया है
देखो कैसा तो रोता रहता है,...बाहर दिन भी पगला गया है<br />देखो कैसा तो रोता रहता है,<br />इधर रात है कि दिखती नहीं है इस अन्धेरे में<br />पता नहीं क्या हो गया है आजकल<br />इसे तुम कहते हो कि बारिश का मौसम है<br />सो हो सकता है। <br />" क्या सच में बारिश का मौसम ऐसा होता है..."Tafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-22982093965877451962010-07-16T22:18:28.576+05:302010-07-16T22:18:28.576+05:30बहुत ही उम्दा रचना..लगता तो है बारिश का मौसम हैबहुत ही उम्दा रचना..लगता तो है बारिश का मौसम हैTafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-63137141532927353642010-07-16T22:18:22.599+05:302010-07-16T22:18:22.599+05:30बहुत ही उम्दा रचना..लगता तो है बारिश का मौसम हैबहुत ही उम्दा रचना..लगता तो है बारिश का मौसम हैTafribazhttps://www.blogger.com/profile/10917631294917148053noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-13148731064962103532010-07-16T19:28:08.703+05:302010-07-16T19:28:08.703+05:30वाह कितनी खूबसूरत रचना है
आप कहाँ अंतर्ध्यान हैं?...वाह कितनी खूबसूरत रचना है<br /><br />आप कहाँ अंतर्ध्यान हैं?Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com