tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post14654371217928530..comments2023-11-03T21:13:09.282+05:30Comments on अमिताभ: कशमकशअमिताभ श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-26961141550577197062010-08-18T15:29:27.985+05:302010-08-18T15:29:27.985+05:30आखिर जापान की तरह
खत्म होकर जिन्दा होने की
कशमकश ज...आखिर जापान की तरह<br />खत्म होकर जिन्दा होने की<br />कशमकश जो है ..<br /><br />आज़ादी के ६३ वर्षों की कशमकश ..... ताज़ा हालात .... दुनिया की वर्तमान दिशा ... दिमाग़ में उठता बवंडर अक्सर ऐसे ख्यालों की जन्म देता है ... हताशा अजीब तरह की मनोस्थिति पैदा करती है जो कभी आग लगाना चाहता है कभी दुब्का रहता है ... <br />पर अंत में जिंदा रहने की कशमकश ही ज़रूरी है ... ये इच्छा ही कुछ कर गुज़रने की शक्ति देती है ....<br />बहुत प्रभावी रचना अमिताभ जी .... कुछ व्यक्तिगत मजबूरियों के चलते देरी से आने की माफी चाहता हूँ ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-84263052367223542482010-08-18T11:25:02.138+05:302010-08-18T11:25:02.138+05:30किसी 'अस्थालिन' के 'पफ' से
सांसों ...किसी 'अस्थालिन' के 'पफ' से<br />सांसों को रास्ता दे रहे हैं। <br />आखिर कब तक <br />कृत्रिम रासायनिक हवा से<br />सांसो को काबू में रखा जा सकता है?<br /><br /><br /><br />परेशान करती कविता...<br />बल्कि घबराहट पैदा करती हुई...<br />वैसी ही...जैसे अभी दर्पण के ब्लॉग पर कल ताजा पोस्ट पढ़ कर हुई थी...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-75435314113733632162010-08-18T11:24:53.342+05:302010-08-18T11:24:53.342+05:30किसी 'अस्थालिन' के 'पफ' से
सांसों ...किसी 'अस्थालिन' के 'पफ' से<br />सांसों को रास्ता दे रहे हैं। <br />आखिर कब तक <br />कृत्रिम रासायनिक हवा से<br />सांसो को काबू में रखा जा सकता है?<br /><br /><br /><br />परेशान करती कविता...<br />बल्कि घबराहट पैदा करती हुई...<br />वैसी ही...जैसे अभी दर्पण के ब्लॉग पर कल ताजा पोस्ट पढ़ कर हुई थी...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-71288380542457301852010-08-15T13:28:40.286+05:302010-08-15T13:28:40.286+05:30अमिताभ जी ,
सचमुच ये कैसी कशमकश है ...हम सब के साथ...अमिताभ जी ,<br />सचमुच ये कैसी कशमकश है ...हम सब के साथ ..सच को .झुठला के खुश क्यूँ रहते हैं ना जाने :(Nipun Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/16960357101414101878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-64925631251511401562010-08-13T14:26:33.076+05:302010-08-13T14:26:33.076+05:30इतिहास ,भूगोल और बिज्ञान के साथ गुंथी ताजे फूलो की...इतिहास ,भूगोल और बिज्ञान के साथ गुंथी ताजे फूलो की माला बहुत सुन्दर लगी |सारे साथ रहेंगे तो कशमकश तो होगी ही फिर उससे निकलने का रास्ता भी तो उचित ही है |<br />बढ़िया सशक्त प्रस्तुती \शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-6409196028262511092010-08-12T02:07:47.605+05:302010-08-12T02:07:47.605+05:30आखिर जापान की तरह
खत्म होकर जिन्दा होने की
कशमकश ज...आखिर जापान की तरह<br />खत्म होकर जिन्दा होने की<br />कशमकश जो है।Deepak chaubeyhttps://www.blogger.com/profile/14845743567136269530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-77414441057454640892010-08-11T22:34:58.253+05:302010-08-11T22:34:58.253+05:30सर्वविषय संपन्न कविता। एक नया इतिहास बनाएगी। विज्...सर्वविषय संपन्न कविता। एक नया इतिहास बनाएगी। विज्ञान के छात्रों को, इतिहास के संग, डॉक्टरों को भाएगी और इंसानियत नीति की रीति को सुखद बनाएगी।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-44686972807553780272010-08-11T03:40:17.812+05:302010-08-11T03:40:17.812+05:30इस कशमकश के परिणाम में जो भी बदलाव हों वे अनुकूल ह...इस कशमकश के परिणाम में जो भी बदलाव हों वे अनुकूल हों बस यही शुभकामनाएं हैं.<br />'दिमाग द्वारा दिल को<br />हमेशा परास्त कर दिया करती है।'<br />--------<br />आखिर जापान की तरह<br />खत्म होकर जिन्दा होने की<br />कशमकश जो है।<br />-आज़ादी की सोच भर से भी स्फूर्ति मिलती ही है..<br />*कविता में मन की कशमकश को कुछ नए बिम्बों की सहायता से बहुत ही सशक्त अभिव्यक्ति दी है .Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-71971561721254306242010-08-10T22:51:36.876+05:302010-08-10T22:51:36.876+05:30कैमरों से खोज करता हूं
उम्मीद का कोई
अजीबो-गरीब ज...कैमरों से खोज करता हूं<br />उम्मीद का कोई <br />अजीबो-गरीब जलचर।<br /><br />आखिर जापान की तरह<br />खत्म होकर जिन्दा होने की<br />कशमकश जो है।<br /><br />अद्भुत रचना <br />सही कश्म कश हैरचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-27854708581216637092010-08-09T11:43:31.968+05:302010-08-09T11:43:31.968+05:30bahut hi alag..bahut hatkar likha hai..likhne mein...bahut hi alag..bahut hatkar likha hai..likhne mein tajgi hai..its amazing :)Parul kananihttps://www.blogger.com/profile/11695549705449812626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-50840305876397965062010-08-09T10:14:15.416+05:302010-08-09T10:14:15.416+05:30यह तो बहुत ज़बरदस्त कशमकश है....यह तो बहुत ज़बरदस्त कशमकश है....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-87141785161625662942010-08-09T07:58:16.022+05:302010-08-09T07:58:16.022+05:30विज्ञानं , चिकित्सा , इतिहास , राजनीति --सब कुछ उं...विज्ञानं , चिकित्सा , इतिहास , राजनीति --सब कुछ उंडेल दिया आपने इस अद्भुत रचना में ।<br />बहुत बढ़िया विचारों की प्रस्तुति ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-69042521938687622132010-08-09T05:45:14.885+05:302010-08-09T05:45:14.885+05:30बाऊ जी,
नमस्ते!
तो आप हिस्ट्री के भी ज्ञाता हैं!
ब...बाऊ जी,<br />नमस्ते!<br />तो आप हिस्ट्री के भी ज्ञाता हैं!<br />बहुत अच्छी लगी आपकी रचना! (जितनी समझ में आयी)सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.com