tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post1394317677841245949..comments2023-11-03T21:13:09.282+05:30Comments on अमिताभ: डांस 'ब्रेक'अमिताभ श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-40884612496835008512009-07-06T13:59:46.450+05:302009-07-06T13:59:46.450+05:30मुझे कैसा भी डांस नहीं आता,,,
डांस की कोई समझ भी न...मुझे कैसा भी डांस नहीं आता,,,<br />डांस की कोई समझ भी नहीं और कभी कोहिश भी नहीं की डांस करने की,,<br />पर जब भी कभी टी.वी. पर उसे देखा तो कभी भी चैनल नहीं पाल्टा गया,,,<br />मैं तो उसकी पर्सनेलिटी का दीवाना था,,<br />उसे देखना ही मुझे बहुत अच्छा लगता था..manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-8759216036852695532009-07-06T13:59:31.296+05:302009-07-06T13:59:31.296+05:30मुझे कैसा भी डांस नहीं आता,,,
डांस की कोई समझ भी न...मुझे कैसा भी डांस नहीं आता,,,<br />डांस की कोई समझ भी नहीं और कभी कोहिश भी नहीं की डांस करने की,,<br />पर जब भी कभी टी.वी. पर उसे देखा तो कभी भी चैनल नहीं पाल्टा गया,,,<br />मैं तो उसकी पर्सनेलिटी का दीवाना था,,<br />उसे देखना ही मुझे बहुत अच्छा लगता था..manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-89887641287901327762009-07-05T18:59:59.188+05:302009-07-05T18:59:59.188+05:30मायकल जैक्सन जैसे जादूगर को कौन भूला सकता है....इस...मायकल जैक्सन जैसे जादूगर को कौन भूला सकता है....इस सुन्दर लेख के लिये बहुत बहुत धन्यवाद...प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-64347327197434177892009-07-05T18:44:59.876+05:302009-07-05T18:44:59.876+05:30माइकल मेरे भी पसंदीदा रहे है इसलिए नहीं के वो डांस...माइकल मेरे भी पसंदीदा रहे है इसलिए नहीं के वो डांस अच्छा करते थे बल्कि वो एक सम्पूर्ण कलाकार थे और इस महान कलाकार को मेरा बिनम्र नमन .. <br /><br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-12545257161317467692009-07-04T23:34:51.833+05:302009-07-04T23:34:51.833+05:30कलाएं मनुष्य की सांस्कृतिक और सृजनात्मक अभिव्यक्ति...कलाएं मनुष्य की सांस्कृतिक और सृजनात्मक अभिव्यक्तियां है। मनुष्य अपने आनंद में इनमें कोई कुशलता की जरूरत महसूस नहीं करता। बस वह कर उठता है, और फिर इसे और बेहतर करने का प्रयास उसके सौन्दर्यबोध की जरूरत होती है जो भी आत्मिक आनंद से ही जुडी होती है।<br /><br />यहां तक तो ठीक।<br /><br />पर जब इसके जरिए मनुष्य की महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति, उद्देश्य बन जाती है तब यह अलग से विश्लेषण की मांग रखती है।<br /><br />यहां इस समय इसकी दरकार नहीं है, इसलिए फिर कभी।<br /><br />आपका कलाप्रेम कुछ खास लगा।समयhttp://main-samay-hoon.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-73995692623390717552009-07-03T18:58:40.746+05:302009-07-03T18:58:40.746+05:30अमिताभ जी,
माइकल जाक्सन की जगह अगले सौ वर्षो तक खा...अमिताभ जी,<br />माइकल जाक्सन की जगह अगले सौ वर्षो तक खाली ही रहेगी, वो क्या थे , कैसे थे इन सारे प्रश्नों का उत्तर भी गूगल में मिल ही जायेगा लेकिन आप क्या थे और अब क्या है यह हमें आपके लेख से ही पता चला, और सच तो ये है की इससे हम खुद को जोड़ पाए, शायद इसलिए की हम सब उसी परिवेश से आरहे हैं, मुझे लगा आप मेरी ही कहानी सुना रहे हैं, मैं भी छुप कर संगीत प्रतियोगिता में भाग लेने गयी थी, वो तो मेरे पड़ोस के अंकल मेरे पिताजी को लेकर चले गए थे, जब सारे पुरस्कार मुझे मिलने लगे तो पिता जी आस-पास के दर्शकों से कहने लगे 'यह मेरी बेटी है' ऐसा मुझे बाद में पता चला,<br />तो हुई ना एक जैसी कहानी,<br />बहुत ही अच्छा लगा पढ़ कर ..<br />लिखते रहिये, हम आते रहेंगे ....<br /><br />स्वप्न मंजूषा 'अदा'<br /><br />http://swapnamanjusha.blogspot.com/स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-8315225726576801032009-07-03T18:56:44.714+05:302009-07-03T18:56:44.714+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-23004402119078774652009-07-03T08:21:24.535+05:302009-07-03T08:21:24.535+05:30माइकल जक्सन "द मून वाकर" को आपके
ज़रिये...माइकल जक्सन "द मून वाकर" को आपके <br />ज़रिये और जानना अच्छा लगा और ख़ास तौर <br />पर माइकल के ज़रिय्र आपको जानना और भी रोचक रहा <br />आपका कला-प्रेम सराहनीय है <br />---मुफलिस---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-45878851265099655032009-07-02T23:09:11.077+05:302009-07-02T23:09:11.077+05:30smeeksha ke sandrbh me alochak ki bhumika hi mhtvp...smeeksha ke sandrbh me alochak ki bhumika hi mhtvpurn hoti hai aur rchnakar ke liye acha marg darshan hota hai lekhn ke liye .toaap apni bhumika nibhaiye aur hme marg darhan dijiye .<br />dhnywadशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-32560670768443043862009-07-01T20:43:48.730+05:302009-07-01T20:43:48.730+05:30मुझसे कहते हो ,
जो बीत गया सो बीत गया ,
पर खु...<b><i>मुझसे कहते हो ,<br />जो बीत गया सो बीत गया ,<br />पर खुद किसी बहाने से ही ,<br />मस्त यादें कालेज की दोहराते हो ||<br />अभी तो यादें दोहराते हो कालेज की ,<br />क्यूँ की उम्र है अभी बयालीस की ,<br />आगे रह रह दोहराओगे यादें बचपन की ,<br />जब गुजरेगी उम्र पॉँच ऊपर पचपन की ||</i></b><br /> <br /> खैर यह तो परिचय का अदान-प्रदान था , कबीरा पर टिप्पणी की शैली पसंद आई | आगमन का धन्यवाद |<br /> <br /><b> कुछ भी कहें अपनी विधा का नायब रत्न था माइकल जैक्सन | अभी तो उसके क्षेत्र का कोई भी उभरता नाम ऐसा नहीं सुनाई देता है जो उसकी कला के के इतना निकट पहुंचा हो कि लगे कि ' वह ' माईकल जैक्सन के शून्य को भर पायेगा | क्या है कोई ऐसा ? हर एक का अपना-अपना युग होता है ; एल्विस का भी था और अभी भी उसका क्रेज ख़त्म नहीं है | इन्सान मरता है, कलाएं और कलाकार नहीं !?</b>'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-40536265686994500932009-07-01T18:06:50.191+05:302009-07-01T18:06:50.191+05:30माइकल की मृत्यु सचमुच में कला जगत के लोगो के लिए ए...माइकल की मृत्यु सचमुच में कला जगत के लोगो के लिए एक सदमें से भरा है । दुनिया में संगीत की छाप छोड़नेवाला कलाकार एक दिन इस तरह आंखे मूद लेगा शायद किसी को पता नही था । लेकिन एक सवाल बार-बार जेहन में आता है कि आखिर जैक्सन की मृत्यु किस तरह हुई । आखिर इसके पीछे का राज खुलना ही चाहिए । धन्यवादkumar Dheerajhttps://www.blogger.com/profile/03306032809666851912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-5884346312710055332009-07-01T11:54:48.657+05:302009-07-01T11:54:48.657+05:30MJ ki zindagi aur maut dono hi is baat ki aur isha...MJ ki zindagi aur maut dono hi is baat ki aur ishara karti hai ki sitaron ki zindagi kitni khokhali aur tanha hoti hai.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-55219832021957389282009-06-30T14:34:49.080+05:302009-06-30T14:34:49.080+05:30आपकी तरह माइकल के हम भी दीवाने हैं...all i wanna s...आपकी तरह माइकल के हम भी दीवाने हैं...all i wanna say is that they dont really care about us-मेरा सर्वकालिन फेवरिट नंबर और स्टेज पर इसके बीट्स पर हमने भी कदम थिरकाये हैं माइकल को कापी करने के प्रयास में...<br />dance-floor is never going to be the same!!!!!!!!!गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-75936379467714994412009-06-30T11:17:26.039+05:302009-06-30T11:17:26.039+05:30समय की रेत मे मेरा वो अलमस्त जीवन भी दबता रहा. .. ...समय की रेत मे मेरा वो अलमस्त जीवन भी दबता रहा. .. गम्भीरता ने उस काल के उत्साह को हरा दिया.'<br />यही होता है...फिर भी मन के किसी कोने में वह उत्साह दबा रहता है...<br />माइकल जेक्सन एक असाधारण व्यक्तित्व वाला कलाकार था.भावभीनी श्रद्धांजलिAlpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-10776050589958041802009-06-30T06:19:17.167+05:302009-06-30T06:19:17.167+05:30मइकेल जैक्सन को श्रधांजलि अर्पित करती हूँ! मैं तो ...मइकेल जैक्सन को श्रधांजलि अर्पित करती हूँ! मैं तो बहुत बड़ी फेन थी जैक्सन की और उनका अचानक इस तरह से चले जाना काफी आश्चर्य लगा! उनके जैसे गाना और बेहतरीन ब्रेक डांस करना फिर से कोई नहीं मिलेगा!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-8731851958503904332009-06-29T00:04:12.687+05:302009-06-29T00:04:12.687+05:30माइकल को एक अच्छी श्रद्धांजलि है।माइकल को एक अच्छी श्रद्धांजलि है।सुधीर राघवhttps://www.blogger.com/profile/00445443138604863599noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-73052173558714068982009-06-28T21:51:44.496+05:302009-06-28T21:51:44.496+05:30एक अभूतपूर्व कला का भी अंत हो गया. अब उसकी कला बिख...एक अभूतपूर्व कला का भी अंत हो गया. अब उसकी कला बिखरी रहेगी किंतु वो नही होगा. यही कलाकार की पूंजी होती है<br /><br />ऐसे जादूगर को कौन भूला सकता है. <br /><br />सत्य वचन .<br /><br />भावपूर्ण लेख पर हार्दिक आभार .<br /><br />चन्द्र मोहन गुप्तMumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-22407153997779684832009-06-28T17:57:37.267+05:302009-06-28T17:57:37.267+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-44196143603434259222009-06-28T14:29:19.379+05:302009-06-28T14:29:19.379+05:30अमिताभजी
आपका ये रूप बहुत ही पसंद आया |साहित्य की ...अमिताभजी<br />आपका ये रूप बहुत ही पसंद आया |साहित्य की गहन अभिव्यक्ति रखने वालो की न्रत्य आदि में रूचि कम ही होती है |परन्तु हर चीज समय के साथ अपना महत्व रखती है |जब माइकल जेक्सन का प्रभाव था वो भी उम्र का महत्वपूर्ण पडाव था |<br />ये भी सही है की हम मध्यम वर्गीय परिवारों को उस जमाने में कम ही अवसर मिलते थे अपनी प्रतिभा को दर्शाने के लिए वो सिर्फ़ अपने शहरों तक ही सिमित रहती |मेरे बेटो को भी डांस का बहुत शोक था और करते भी अच्छा थे है एक अदद नौकरी के लिए वो सब पीछे छुट गया फ़िर पारिवारिक बंधन भी होते है तब डांस करने वालो को अच्छी नज़र से नही देखा जाता था |गणेशोत्सव तक ठीक था |जिस जमाने का अपने जिक्र किया है उस जमाने में मै भी iअपनी बहनों को को मुंबई से फिशनयके कपडे भेजती थी खंडवा में |आपकी यह पोस्ट अपनी सी लगी |<br />और मठ की शान्ति मेरे अपने जीवन और घर में भी रखने का प्रयास करती हुँ क्योकि मै ज्यादा कही जाती नही ओर कभी भी जिस शहर में जाती हुँ तो रामक्रष्ण मिशन ही सबसे पहले जाती हुँ |<br />धन्यवादशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-30502833698248358362009-06-28T14:19:05.918+05:302009-06-28T14:19:05.918+05:30सच कहा माईकल jeksan daans के जादूगर थे और poori दु...सच कहा माईकल jeksan daans के जादूगर थे और poori दुनिया में लोग उनके दीवाने थे, इतनी choti umr में जाना इस duniyaa को जरूर akhregaa और ये बात भी सच है की ऐसे लोग virle ही होते हैं.........आपने aapna raaj भी khola है इस पोस्ट के जरिए मजा आया आपको kareeb से जान कर.......................दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-31618216991445136072009-06-28T00:27:24.624+05:302009-06-28T00:27:24.624+05:30MJ के बारे में क्या कहूँ, उनका संगीत करियर बहुत शा...MJ के बारे में क्या कहूँ, उनका संगीत करियर बहुत शानदार था।<br /><br />---<br /><a href="http://vijnaan.charchaa.org/" rel="nofollow">विज्ञान चर्चा</a>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-76312957388893489312009-06-27T22:13:15.842+05:302009-06-27T22:13:15.842+05:30माइकल जैक्सन के साथ साथ आपकी ज़िन्दगी से जुडी हुई ...माइकल जैक्सन के साथ साथ आपकी ज़िन्दगी से जुडी हुई कुछ बाते भी जानने को मिली जिसे पढ़कर बहुत अच्छा लगा ,आप बहुत अच्छा लिखते है ,मेरे ब्लॉग पे आये और मैं यह रचना पढ़ पाई,इसके लिए आपको धन्यवाद .ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-59755651241242460012009-06-27T20:29:23.615+05:302009-06-27T20:29:23.615+05:30मै तो जानता ही हू आपको, बेहत्रीन व्यक्तित्व वाला ए...मै तो जानता ही हू आपको, बेहत्रीन व्यक्तित्व वाला एक चेहरा, खास चेहरा. <br />मायकल भाई के हम भी दीवाने रहे है, आपकी वजह से ही कहिये. उम्र का दौर होता है, जिसमे हमे ढलना पडता है.../ ये ढ्लान हर पडाव दिखाती है...आप माहीर है, अपने पडावो को व्यक्त करने मे. उन्नति सिर्फ बडी पोस्ट, खूब पैसा ही तो नही होती, उन्नति अलमस्त जीवन जीना ही है. आपने उन्नति की है..जी कर .डा. राजेश वर्माnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5485264961645180772.post-75970876961028115192009-06-27T19:13:50.496+05:302009-06-27T19:13:50.496+05:30सच माईकल जादूगर थे डाँस के। और लोग उनके दीवाने थे।...सच माईकल जादूगर थे डाँस के। और लोग उनके दीवाने थे। एक दीवाने से इस पोस्ट में मिल लिया। आपके कई पहलू आज इस पोस्ट के जरिए जान पाया। पर एक बात कल से बैचेन कर रही है कि एक इंसान शुरु में क्या था फिर क्या हुआ और अब क्या हुआ। एक जिदंगी में इतने सारे पडाव। कल से यही बात सोच रहा हूँ। खैर एक अच्छी यादगार पोस्ट एक दीवाने की।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.com